कमर पे धोती हाथ की लाठी पहचान थी, बूढ़ी आंखों पे ऐनक कसी कद काठी थी। कमर पे धोती हाथ की लाठी पहचान थी, बूढ़ी आंखों पे ऐनक कसी कद काठी थी।
रोज़ डे आए आकर चले गए रोज के जैसे। रोज़ डे आए आकर चले गए रोज के जैसे।
हमारी खुशियां उनकी रात सुकून से गुजरने की वजह होते हमारी खुशियां उनकी रात सुकून से गुजरने की वजह होते
आखिर कब मिलेंगे हम चाल पता नहीं आखिर कब मिलेंगे हम चाल पता नहीं
घटाकर देखो तो शून्य, गुणा-भाग में समान, घटाकर देखो तो शून्य, गुणा-भाग में समान,
अधिकारों की शक्ति बतायें आओ यारा हम सबको। अधिकारों की शक्ति बतायें आओ यारा हम सबको।